हमे मन और चेतन का अनुभव शरीर के द्वारा होता है। यदि आप थोड़ा सूक्ष्म विश्लेषण करे तो देखेंगे कि हम हर वक्त विचारों, क्रियाओं या प्रतिक्रियाओं के इर्द गिर्द ही घूमते रहते है। और ये सब किसी विश्वास, भय, अपेक्षा, अहंकार या इच्छा विशेष के कारण होता है।
Indian author Ashok Madrecha blog on Hindi kavita poems, inspiration, positive quotes on happy life, money management, truth, thought, live better life, stay motivated, spiritual thoughts quotes on life
Sep 15, 2020
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नूतन प्रभास Light of life
प्रखर प्रहारों को झेलकर जो तपकर कंचन बन जाते, अभावों में भी, नमन करता संसार उन्हें परिष्कृत रहते, जो भावों में भी ...। इंद्रधनुषी रंगो का ...

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सपनों का पीछा करता मनुज गंतव्य को भूल बैठा जब मंजिलें ना मिली तो जहां रुका उसे ही मंजिल मान बैठा जब कुछ खास हासिल ना हुआ तो कुछ...
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जीवन की क्षणभंगुरता फिर सामने है , निर्दयता से , क्या बड़े , क्या छोटे बचा नही कोई देश हर तरफ है हाहाकार । चुनौती भरे व...
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समय के शिलालेख पर स्पष्ट लिखा है हर सफल मनुज में मुझे तो पुरुषार्थ दिखा है। कुछ सब्जबागों से जो विचलित हुए बीच राहों में गिरते गए वो समय ...