प्रयास की दिशा सही हो
भाव अपने वही हो।
निरंतर बस लगे रहो
कर्म सलीके से करते रहो।
लगन से हर मुकाम मिलता है
वक्त पे ही सुन्दर फूल खिलता है।
धैर्य की परीक्षा तो होगी
काम की समीक्षा भी होगी।
अपनी आशा और जोश साथ रखे
विश्वास रखे और खुद को भी परखे।
हर ऊँच नीच को अपना लेना
आत्म विश्वास को परम मित्र बना लेना।
भीड़ की सोच में उलझ मत जाना
तुम खास हो अपनी मंजिल खुद पाना।
बिल्कुल मत घबराना
प्रयासों के घनत्व को बढ़ाना।
दुनियाँ भी आसपास घूमेगी
सफलता तुंम्हारे कदम चूमेगी।
.......अशोक मादरेचा
भाव अपने वही हो।
निरंतर बस लगे रहो
कर्म सलीके से करते रहो।
लगन से हर मुकाम मिलता है
वक्त पे ही सुन्दर फूल खिलता है।
धैर्य की परीक्षा तो होगी
काम की समीक्षा भी होगी।
अपनी आशा और जोश साथ रखे
विश्वास रखे और खुद को भी परखे।
हर ऊँच नीच को अपना लेना
आत्म विश्वास को परम मित्र बना लेना।
भीड़ की सोच में उलझ मत जाना
तुम खास हो अपनी मंजिल खुद पाना।
बिल्कुल मत घबराना
प्रयासों के घनत्व को बढ़ाना।
दुनियाँ भी आसपास घूमेगी
सफलता तुंम्हारे कदम चूमेगी।
.......अशोक मादरेचा